Talk:Astyleiopus

Latest comment: 5 years ago by श्री हरिकृष्ण शास्रीजी in topic सत्संग

सत्संग

edit

भाग्योदयेन वहुजन्म समर्जितेन । सत्संगमम् च लभते पुरुषोयदावै ।। श्री हरिकृष्ण शास्रीजी (talk) 06:44, 4 October 2018 (UTC)Reply