User:Harithvh/Literature of Kerala

पृष्ठभूमि और संदर्भ

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ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

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कोल्ला वर्ष 859 से 893 (1684-1718 ई.) के दौरान, रविवर्मा के नेतृत्व में वेनाड को बाहरी हमलों का सामना करना पड़ा और उन्हें मदुरै नायकरों को बकाया देना पड़ा, जिन्होंने प्रतिरोध के लिए सैन्य सहायता दी थी, और खर्चों को पूरा करने के लिए देश पर एक नया कर लगाया था। ; अतिरिक्त कर लगाने से जनमी प्रमुख, जनमी लॉर्ड्स (एट्टुविटिलपिल्लस) और उनके सहयोगी (मदाम्बिस) नाराज हो गए, जिन्हें उमयम्मारानी के शासनकाल के दौरान कोट्टायम-केरलवर्मा द्वारा हिरासत में लिया गया था।

वर्ष 859-893 ( ग्रेगोरियन  : 1684-1718) के दौरान, रविवर्मा के अधीन वेनाड साम्राज्य को बाहर से हमलों का सामना करना पड़ा और उन्हें मदुरै नाइकन्स को बकाया देना पड़ा जिन्होंने प्रतिरोध के लिए सैन्य सहायता प्रदान की, और देश पर नए कर लगाने पड़े। लागत को कवर करें; अतिरिक्त कर लगाने से उमायम्मा रानी के शासनकाल के दौरान कोट्टायम केरल वर्मा द्वारा सीमित कर दिया गया था। जनमीमुखियां, जनमी प्रभु ( एट्टुवीटिल पिल्लस ) और उनके सहयोगी (मदाम्बी) क्रोधित हो गए, जिन्हें

वर्ष 859-893 (ग्रेगोरियन: 1684-1718) के दौरान, रविवर्मा के अधीन वेनाडा साम्राज्य को बाहर से हमलों का सामना करना पड़ा और उन्हें मदुरै नाइकन्स को बकाया देना पड़ा जिन्होंने प्रतिरोध के लिए सैन्य सहायता प्रदान की, और देश पर नए कर लगाने पड़े। लागत को कवर करें; अतिरिक्त कर लगाने से जनमीमुखियां, जनमीप्रभु (एट्टुवीटिल पिल्लस) और उनके सहयोगी (मादाम्बिस) क्रोधित हो गए, जिन्हें उमायम्मा रानी के शासनकाल के दौरान कोट्टायम केरलवर्मा द्वारा सीमित कर दिया गया था।

पृष्ठभूमिः सन्दर्भश्च

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ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

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कोल्लवर्षं नवपञ्चाशदधिकाष्टशत (८५९) तः त्रयोनवत्यधिकाष्टशत (८९३) (ई. १६८४–१७१८) पर्यन्तं वर्षेषु रविवर्मा-अधीनवेणाड-राज्यं बहिः आक्रमणानां सामनां कृत्वा प्रतिरोधाय सैन्यसमर्थनं दत्तवन्तः मदुरै-नायक्कराः-जनानाम् बकायाम् अदातुम् अभवत्, तथा व्ययस्य पूर्तये देशे नूतनं करं आरोपितवान् च अभवत्; एतेन अतिरिक्तकरस्य आरोपणेन उमायम्मऱाणी इत्यस्य शासनकाले कोट्टायं-केरळवर्मेन निरुद्धाः जन्मीमुख्याः, जन्मीप्रभुः (एट्टुवीटिल्पिळ्ळाः) तेषां मित्रपक्षः (माडम्बीः) च क्रुद्धाः अभवन्।


Telugu

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మార్తాండ వర్మా (Malayalamമാർത്താണ്ഡവർമ്മ, మాఱ్త్తాణ్డవఱ్మ్మമാർത്താണ്ഡവർമ്മാ, మాఱ్త్తాణ్డవఱ్మ్మా) అనేది 1891లో ప్రచురించబడిన సి.వి. రామన్ పిళ్లై రాసిన ఒక చారిత్రక శృంగార నవల.

మార్తాండ వర్మా (Malayalamമാർത്താണ്ഡവർമ്മ, మాఱ్త్తాణ్డవఱ్మ్మമാർത്താണ്ഡവർമ്മാ, మాఱ్త్తాణ్డవఱ్మ్మా) అనేది 1891లో ప్రచురించబడిన కేరళ రచయిత సి.వి. రామన్ పిళ్లై రాసిన ఒక మలయాళ నవల.

Kannada

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ಇದು C. V. Raman Pillai189 ರಲ್ಲಿ ಪ್ರಕಟವಾದ ಐತಿಹಾಸಿಕ ಪ್ರಣಯ ಕಾದಂಬರಿ.

ಮಾರ್ತಾಂಡ ವರ್ಮಾ ಇದು 1981 ರಲ್ಲಿ ಪ್ರಕಟವಾದ ಕೇರಳದ ಬರಹಗಾರ ಸಿ.ವಿ.ರಾಮನ್ ಪಿಳ್ಳೈ ಅವರ ಮಲಯಾಳಂ ಕಾದಂಬರಿ.

Bibliography

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  • Georges Ifrah (1998) [1994]. Histoire universelle des chiffres : l'intelligence des hommes racontée par les nombres et le calcul [The Universal History of Numbers: From Prehistory to the Invention of the Computer] (in French). Translated by David Bellos; E. F. Harding; Sophie Wood; Ian Monk (English ed.). London: Harvill Press.


  • Na. Subramaniam (1978). Īḻattuttamiḻ nāval ilakkiyaṁ ஈழத்துத் தமிழ் நாவல் இலக்கியம் [Ezham's Tamil Novel Literature] (in Tamil). Jaffna: Muththamizh Veliyeedu Kazhagam.


  • Subhash Chandran (2003). Paṇṭupaṇṭoru māṟttāṇḍavaṟmma പണ്ടുപണ്ടൊരു മാർത്താണ്ഡവർമ്മ [Long long ago a Marthanda Varma] (in Malayalam). Kozhikode: Haritham Books. ISBN 9788192827087.

ஆதாரங்கள்

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  • நா. சுப்பிரமணியம் (1978). ஈழத்துத் தமிழ் நாவல் இலக்கியம். யாழ்ப்பாணம்: முத்தமிழ் வெளியீடு கழகம்.

സ്രോതസ്സുകൾ

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