मेरे बारे में :- Hi friends, I am Hakeem Danish हकीम दानिश में हल्द्वानी नैनीताल उत्तराखंड पिन (263139)से हु hindiustad.com मैंने मेरे अपने और मेरे जो बड़े बड़े लेखक दोस्त है जो फेसबुक पर लिखते है। उन के विचारों को और मेरे विचारों को पुरे इंडिया के सामने रखने के लिए बनाया है, और लोगों की मदद करने की लिए बनाया है | पर मैं ये नहीं कह सकता की पूरी तरह से मैंने इसे बनाया है, www.hindiustad.com को अच्छा बनाने और मुझे यहाँ तक पहुचाने में कई दोस्तों ने मेरी काफी मदद की जिसके बदौलत मैं इस बेहतरीन www.hindiustad.com (hu) को सबके सामने लाने में सफल हुआ हूँ.

मैं क्यों इस काम से प्यार करता हूँ  और ये ब्लॉग क्यों बनाया ?

· मैंने बचपन से अपने पापा को लोगों की किसी न किसी तरह से मदद करते देखा है तो मैंने भी सोचा की मैं अपने पापा के जैसा एक अच्छा इन्सान बनूँगा और अपने पापा के बताये रास्ते पर चलूँगा, लोगों को मैंने देखा है कि वो काफी तनाव में रहते हैं कुछ सोचने में ही ज्यादा समय निकल देते हैं और आगे बढ़ने के लिए उनके पास कोई रास्ता नहीं होता तो वो हार मान लेते है| हमें इस www.hindiustad.com के ज़रिये लोगों को एक अच्छी राह दिखानी है जिससे लोगों को कभी भी हार का सामना न करना पड़े और दिल और दिमाग में सिर्फ जीतने की सोचे लानी है| इन्सान, इन्सान की तकलीफ को अच्छे से समझ सकता है, बस मुझे लोगों के दिल में एक यही सोच लानी है की अगर आप किसी की हेल्प करोगे तो कभी आपको मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ेगा, ज़िन्दगी मिली है और उसे बस खुद के लिए ही जीएंगे तो वो ज़िन्दगी किस काम की. · मैं अपना समय पहले फेसबुक और कई सारी Social network पर बिताया करता था फिर मुझे पता चला की यहाँ सिर्फ टाइम पास होता है मैं न लोगों की हेल्प कर सकता हूँ, न इससे किसी और काम में मन लगा सकता है। फिर मैंने ठान लिया और www.--हकीम दानिश (talk) 13:23, 19 April 2016 (UTC)--हकीम दानिश (talk) 13:23, 19 April 2016 (UTC) www.hमोटे अक्षरindiustad.com को बनाने का सोचा और यही एक सबसे अच्छा था की में एक खुद का प्लेटफार्म बनाऊँ जहाँ से लोगों की मैं भी हेल्प कर सकूंगा और मेरा टाइम वेस्ट नहीं होगा. · और हिंदी को हमारे देश में ज्यादा से ज्यादा लोग जानते हैं उस बात का मुझे गर्व है, की मैं हिंदी मैं सबके सामने मेरे विचार लिखना चाहता था और वो मैं कर रहा हूँ.Reply


पढाई -लिखाई

Vimal Shishu Niketan  ( विमल शिशु निकेतन ) इस में मेने कक्षा 8 तक पढाई की फिर 

· A.N. Jha Govt. Inter college रुद्रपुर ऊधम सिंह नगर में मेने 12th तक पढाई की 2012 में मेने इण्टर के

      एग्जाम दिए थे। 

. पढाई का शौक तो मुझे बचपन से ही नही था पर घर वालो के कहने पर में जाता ज़रूर था। न ही मुझे कोई ऐसी दिलचस्पी थी की पढाई में मुझे 1st आना है या डिवीज़न बनानी है मेरा हर साल एग्जाम में इतना ही होता था के पास होना है बस इसके आगे कभी नही सोचा और न ही कभी किताब से किसी प्रश्न का उत्तर दिया जब में एग्जाम देने जाता था मुझे ये भी नही पता होता था आज कोणसा पेपर है। वह पहुच कर ही पता चलता था पर फिर भी मेरे बड़े बुज़ुर्गो का हाथ था में कभी फेल नही हुआ हमेशा 40% से ऊपर ही रिज़ल्ट आता था बस फिर 12th के बाद मेने पढाई छोड़ दी। साथ ही 2010 में 10th पास करने के बाद ITI भी की मुरादाबाद से ऐसी फ्रिज़ रेफ्रिजरेटर की ( Refrigerator & Air Conditionar )

मेरा -काम MY - WORK

पढाई के साथ साथ में काम भी सीखता था 2009 से मेने लगातार काम सीखा जिसमे के मेने सप्लिट ऐसी विंडो ( Split & Window A/C ) ऐसी जो घरो वगैरा में होते हैं )

पेनल ऐसी (बड़ी बड़ी मशीनों में उनके पेनल में लगे होते हैं

एचु प्लांट ( Echu Plant ) (फैक्ट्रियो में होता है)

ड़कटिंग ऐसी (Ducting A/C ) ( जो होटल मॉल वगैरा में लगे होते हैं)

2014 में मैंने फोटोग्राफी भी सिखी जो शादी व पार्टी वगैरा में करते है फोटोग्राफी वीडियो ग्राफी सब जानता हु। और वीडियो एडिटिंग शादी की मिक्सिंग वगैरा ये भी मेरे प्रोफेशनल work है करिज्मा एल्बम वगैरा वगैरा ·

मेरे ख्वाब। My dreams

· मैं एक आम सा शख्स हूँ but में एक अच्छा लेखक बनना चाहता हूँ।

        में चाहता हु अपने घर पर ही कुछ ऐसा करू जिस से घर भी रहु और काम भी          होता रहे।

· मेरी अम्मी जो मुझे सबसे ज्यादा प्यार करती है उनको सबसे ज्यादा ख़ुशी मिले वैसा काम करना चाहता हूँ. · एक और ख़ास बात में अपने माँ बाप दोनों को अपनी कमाई से हज कराना चाहता हु और इंशाअल्लाह ज़रूर करवाऊंगा। . मुझे आज भी याद है जब मेरे वालिद कड़कती ठण्ड में कोहरे में गाड़ी चलाते थे और थे क्या आज भी चलाते है। किसके लिए सिर्फ हमारे लिए बस में उनकी गाड़ी छुड़ाना चाहता हु। में इस लायक हो जाऊ के वो आराम से घर बैठे कोई काम नही करें बस इसी लिए में हमेशा लगा रहता हु काम में। और ये वेबसाइट हिन्दी उस्ताद भी उन्ही के नाम से बनाई है। उन्ही के लिए है। · और सबसे खास बात जो में बचपन से सोचता आ रहा हूँ और मैं करना चाहता था जब पैसे कमाने लग जाऊँ तब गरीब बच्चों को अच्छा खाना और उनके लिए कपडे लेना चाहता हूँ.

        में जब सड़क पर चौराहो पर बच्चों को भीख मांगते देखता हु तो बहुत दुःख             होता है में हमेशा दुआ करता हु ऐ मेरे रब मुझे इस लायक बना दे के में ऐसे               बेसहारा        
         बच्चों के लिर एक घर बना दू और उसमे जितने बच्चे आ जाये उन्हें ले आउ            और उन्हें पढाई लिखाई और कोई अच्छा सा काम करा सकु ताकि वो भी                और बेसहारा बच्चों की मदद कर सकें। मेने फेसबुक पर एक पेज भी बनाया            है अपनों की तलाश के नाम से जिसमे हम ऐसे बेसहारा बच्चों के फोटो पोस्ट          करते हैं। क्यू की आज कल हर कोई शोशल साईट का इस्तेमाल करता है तो            में सोचा शायद ऐसे बच्चों को कोई उनके घर वाला पहचान ले और वो अपने           घर वालो से मिल जाये। तो शायद हमारी या जो मेरी टीम ये काम करती है               उन की मदद से कोई बच्चा अपने मान बाप अपने परिवार से मिल जाये तो            इससे ज़्यादा ख़ुशी की बात क्या है हमारे लिए। 
       और सबसे ज़रूरी में जिसे 5 सालो से मोहब्बत करता हु न जाने वो करती हैं            या नहीं पर मेने हमेशा की है और हमेशा करता रहूँगा बस उसे पाने की                    ख्वाइश है। 
      मेरे ज्यादा बड़े भी सपने नहीं है पर क्या करें सपने तो सपने होते हैं इसीलिए मैं        यह सपने लेकर ये काम कर रहा हूँ आज नहीं तो कल में इन सपनो को पूरा            करूँगा.
      क्यों की एक बात जो मेरे दिल में और दिमाग में हर रोज़ चलती रहती है और          जब सुबह उठता हूँ और रात को सोता हूँ बस इतना ही याद कर लेता हूँ                 “every  think is possible nothing is impossible” बस इतना            सोचते ही जितना भी डर है वो निकल जाता है और सपने पुरे होंगे यह विश्वास       आ जाता है.

मेरे शौक

लिखना और अच्छे विचारो को पढना

· अच्छी जगह पर जाना नए लोगों से मिलना · लोगों की हेल्प करना और वो करता हु हमेशा . मेने यूट्यूब पर भी एक चैनल बनाया जिसमे हेल्प के वीडियो ट्यूटोरियल

     बना कर डालता हु 
     मेरे यूट्यूब चैनल पर जाने के लिए .. 
    मोटे अक्षर यूट्यूब चैनल पर जाने के लिए यूट्यूब चैनल हिन्दी उस्ताद
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 फेसबुक हकीम दानिश      
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