Jyoti Kiran: Writer: Published book ; Tara ka ghar; Barish ki pati; Bijju aur buti; Bhula nahi tha tumhe maa, devakinandan;
ओ वैज्ञानिक जब तुम खोज रहे थे पत्थरों के बीच पानी तुम्हारी छेनी की एक चोट से फूट पड़ी पानी की निर्मल धार देखना जरा गौर से कहीं तुमने तोड़ तो नहीं डाला किसी स्त्री का ह्रदय जिसका रक्त पानी बन चुका था
ज्योति किरण तिरुचिरापल्ली तमिलनाडु