महाराज श्री का जन्म मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में हुआ था...।

श्रीमद् भागवत कथा के रसिक महाराज पं श्रीहरिकृष्ण शास्त्रीजी आपने वाराणसी एवं वृंदावन जैसे भगवान के पुण्य पवित्र नगरों में रहकर वेद, शास्त्र एवं श्रीमद् भागवत महापुराण का पूर्ण रूप से अध्ययन किया एवं महाराज श्री ने मात्र 16 वर्ष की आयु में कथा वाचन प्रारंभ किया महाराज जी की रुचि वाल अवस्था से ही भक्ति भाव में है। महाराजजी मात्र 13 वर्ष की आयु में वेद शास्त्रों के अध्ययन में वाराणसी आ गये थे। माँ भागीरथी और भोले नाथ की कृपा से फिर आप वृंदावन पधारे और भागवत जी अध्ययन एवं मनन किया।