लगा सका न कोई, उसके कद का अंदाजा l वो आसंमा है फिर भी, सर झुकाये हुए है ll ंं भारत माँ से है बजूद मेरा माँ मैं तेरा लाल ही तो हूँ तू दुखी हो तो मैं कैसे मुस्कुराऊंगा एक बेटे का फर्ज़ कैसे निभा पाऊँगा तुझे अपने रक्त से सीचुंगा मैं तुझे विश्वगुरु एक दिन बनाऊँगा माँ मैं तेरा लाल ही तो हूँ तू दुखी हो तो मैं कैसे मुस्कुराऊंगा !!