अभिषेक झा हिंदी साहित्य के एक नवोदित कवी है.इनका जन्म ४ फेब्रुअरी १९९३ को बिहार के मुज़फ्फर पुर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ . मनोरंजन नाम से घर में सब इन्हें प्यार से बुलाते हैं, इनके पिता का नाम श्री परमानन्द झा एवं माता का नाम मीरा झा है. इन्होंने ५ वीं कक्षा से ही कविता लिखना शुरू कर दिया,अबतक ये १०० से अधिक ग़ज़ल एवं १०० से अधिक कविताये लिख चुके हैं, साथ ही इन्होंने अबतक दर्जनों कहानिया लिखी हैं , इनके दो उपन्यास "प्यार सच्चा हैं" और " खानदानी शब्द एक तिलिस्म" प्रकाशनाधीन हैं.साथ ही इनका एक निबंध संग्रह "बेवजह की परंपरा " प्रकाशनाधीन हैं .इनकी कविताये एवं ग़ज़ल अबतक कई समाचार पत्रो एवं पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं.