पूरा नाम- मनीष ओमप्रकाश उपाध्याय अन्य नाम- मान और मन्नू, पिता का नाम- श्री ओमप्रकाश उपाध्याय, माता का नाम- विजिया देवी,

भ्राता- गणपत, गणेश और राम उपाध्याय

भगिनी- गौरी उपाध्याय

कार्य- सरकारी कर्मचारी ( Medical laboratory technician)

निवास- श्री कोलासर, बीकानेर

मान उपाध्याय का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था ।मान बचपन से ही बुद्धिमान एवम् तेजश्वी बालक थे।बचपन में धार्मिक कार्यो में रूचि लेना इनको अच्छा लगता था। इनका जन्म स्थान जिला बीकानेर के श्री कोलासर गाँव हैं। इस गाँव में माँ चामुंडा का विशाल मंदिर हैं। इस गाँव के लोग आदर्शवादी, परिश्रमी,ईमानदार और कर्मठ हैं। गाँव का इतिहास बहुत प्राचीन हैं । मानाजाता हैं की ये गाँव बीकानेर से भी पहले बसाया गया हैं। जिसकी नींव "कोला दादा" ने रखी थी इसलिए इस गांव का नाम कोलासर हुआ।

मान उपाध्याय अपने पिता को बहुत सम्मान देते हैं ।ओमप्रकाश जी ने अपने चारों पुत्रों को पढ़ाने के लिए बहुत कठिन परिश्रम किया ।परन्तु उसमें से कुछ सपने पुरे हुए और कुछ अधूरे ही रह गए । ओमप्रकाश जी को गाँव के लोग बहुत सम्मान देते हैं क्योंकि वो स्वाभाव के अच्छे व् ईमानदार हैं ।चार पुत्रों में से तीन का विवाह करवाने के बाद ओमप्रकाश जी भगवान् से सदैव परिवार को सुखी रखने के लिए प्रार्थना करते हैं। मान , ओमप्रकाश जी के सबसे छोटे पुत्र हैं। मान के कम उम्र में ही सरकारी कर्मचारी बन जाने पर ओमप्रकाश जी को अत्यधिक ख़ुशी हुई।जिससे वो फुले नही समाए। मान उपाध्याय में हर क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता हैं अर्थात् हर क्षेत्र में सक्षम मानते हैं मान उपाध्याय एक बहुत अच्छे संगीतकार भी हैं जो की संगीत के माध्यम से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं । आवाज़ में जादू हैं । मान कहते है की जो भी उन्हें भगवान ने दिया है वो उन्हें स्वीकार है।Maan Upadhyay