चर्चा बेरोजगारी पर होनी चाहिए, चर्चा शिक्षा पर होनी चाहिए, चर्चा सड़कों, अस्पतालों, देश की जनता की परेशानियों पर होनी चाहिए, पर हमारे नेता और लोकतंत्र का चौथा स्तंभ चर्चा देश को जलाने के विषय पर करते है।