मैसूर के युद्ध में टीपू सुलतान ने मराठा से शांति बनाना चाहा परन्तु मराठा अपने सेना ताकत पे क्रूर थे इसलिए मराठा ने दें ग्रेट महान टीपू सुलतान से हार गए इसकी वजह इतिहासकार यह बताते है की मराठा के घमंड और बहुत बड़ी सेना के क्रूर में आके उन्हें अपनी सकती का ज्यादा घमंड हो गया था इसलिए उन्होंने टीपू सुलतान से युद्ध की आलोचना की परंतु टीपू सुलतान ने इसके लिए संधि जारी किया जिसने उन्होंने शांति बनाना के लिए प्रार्थना किया किन्तु मराठा ने युद्ध पसंद किया इसलिए टीपू सुलतान एंड मराठा में युद्ध हुआ जिसमे जीत टीपू सुल्तान की हुई और मराठा के लिए बहुत बुरी हार बन गई